Delhi Election Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के मंत्री कैलाश गहलोत व राजकुमार आनंद सहित एक विधायक (करतार सिंह तंवर) भाजपा में शामिल हो गए थे। इस चुनाव में पूर्व मंत्री रहे राजकुमार आनंद चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सके।
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में विधायकों के टिकट काटने का फॉर्मूला नहीं चला। सीटों पर हुई विधायकों की अदला-बदली की रणनीति भी फेल हो गई। आम आदमी पार्टी ने 28 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को बदला। इनमें से जंगपुरा और मादीपुर में अपने ही दो विधायकों को मौका दिया। जबकि दो सीट पर विधायकों के बेटे और एक सीट पर विधायक की पत्नी ने चुनाव लड़ा।
सीट बदली, उम्मीदवार बदले फिर भी मिली हार
विधानसभा चुनाव में आप के कद्दावर नेता मनीष सिसोदिया पटपड़गंज की जगह जंगपुरा विधानसभा से और राखी बिड़ला मंगलोपुरी की जगह मादीपुर विधानसभा से चुनाव लड़ी, लेकिन दोनों हार गए। इनके अलावा आम आदमी पार्टी ने नजफगढ़, तिमारपुर, आदर्श नगर, मुंडका, मंगोलपुरी, जनकपुरी, बिजवासन, पालम, देवली, त्रिलोकपुरी, पटपड़गंज, शाहदरा, मुस्तफाबाद, छतरपुर, मटियाला, हरि नगर, उत्तम नगर, कस्तूरबा नगर और महरौली विधानसभा सीट पर नए उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा। इस सीटों पर चुनाव लड़े सभी नए-पुराने चेहरे चुनाव हार गए। जबकि पार्टी का दावा था कि चुनाव से पहले पार्टी से दिल्ली में सर्वे करवाया था। सर्वे में हारने वाले उम्मीदवार की जगह मजबूत उम्मीदवार को मौका दिया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के मंत्री कैलाश गहलोत व राजकुमार आनंद सहित एक विधायक (करतार सिंह तंवर) भाजपा में शामिल हो गए थे। इस चुनाव में पूर्व मंत्री रहे राजकुमार आनंद चुनाव जीतने में कामयाब नहीं हो सके।
बेटों ने सुरक्षित रखा पिता की विरासत, कुछ हारे विधानसभा चुनाव में बेटों ने अपने पिता की विरासत को सुरक्षित रखा, लेकिन कुछ चुनाव में हार गए। इस चुनाव में आप की टिकट पर विधायकों के बेटे कृष्णा नगर से विकास बग्गा, चांदनी चौक से पुनरदीप सिंह साहनी, सीलमपुर से चौधरी जुबैर अहमद और मटिया महल से आले मोहम्मद इकबाल अपने पिता की टिकट पर चुनाव लड़े। इसमें कृष्णा नगर को छोड़कर तीनों सीट पर बेटों ने जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस की टिकट पर चांदनी चौक से किस्मत आजमा रहे जय प्रकाश अग्रवाल के बेटे मुदित अग्रवाल भी जीत न पाए।
इन सीटों पर चला सीट बदलने का जादू आप की तरफ से बदले गए टिकटों का फायदा किराड़ी और सीमापुरी विधानसभा में देखने को मिला। इन दोनों सीट पर आप के उम्मीदवारों को चुनाव में जीत मिली। आप ने किराड़ी में मौजूदा विधायक की जगह भाजपा से शामिल हुए अनिल झा को चुनाव में मौका दिया था। वहीं चुनाव से पहले सीमापुरी से विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। पार्टी ने उनकी जगह पर कांग्रेस से आए वीर सिंह धींगान को चुनावी मैदान में उतरा था। वहीं पटेल नगर से विधायक के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा से शामिल हुए परवेश रतन जीतने में कामयाब रहे।
भाजपा में सफल रहा फॉर्मूला चुनाव में भाजपा ने भी गांधी नगर विधानसभा से अपने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर कांग्रेस से आए अरविंदर सिंह लवली को मौका दिया था और उन्होंने जीत दर्ज की। वहीं करावल नगर से भाजपा नेता कपिल मिश्रा को टिकट देने के बदले मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट को मुस्तफाबाद से चुनाव लड़ाया और वह भी जीत हासिल करने में सफल रहे।