

रमेश बिधूड़ी जानते हैं कि कालकाजी सीट बेशक मुश्किल हो, लेकिन उन्होंने इस सीट पर लड़ने के लिए खुद इच्छा जाहिर की थी. यहां से हारने की हालत में उनका राजनीतिक भविष्य चौपट हो सकता है, चुनाव जीतने की संभावना तभी बेहतर हो सकती है जब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में बीजेपी विरोधी वोटों का बंटवारा हो जाए. प्रियंका गांधी कांग्रेस की बड़ी नेता हैं और इसलिए बिधूड़ी का बयान एक सियासी दांव हो सकता है.