
Mumbai Boat Tragedy: मुंबई नाव हादसे में लापता लोगों को खोजने का अभियान अभी जारी है, तो वहीं दूसरी ओर इस घटना में घायल काफी लोग अभी अस्पताल में भर्ती है। कुछ लोगों को छुट्टी भी दे दी गई है। नौसेना ने ताजा अपडेट में बताया है कि दो अभी भी लापता हैं। आज इस हादसे की अंतिम रिपोर्ट आने की उम्मीद है
हाइलाइट्स
- मुंबई नाव हादसे में लापता को खाेजने का अभियान जारी
- हादसे में अभी तक 13 की मौत हुई, दो अभी भी हैं लापता
- नौसेना के स्पीडबोट चालक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ
- नौसेना की बोट में तकनीकी खराबी के बाद हुआ हादसा

मुंबई: मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया और एलीफेंटा केव्स के रूट पर हुए नाव हादसे में अभी भी दो यात्री लापता हैं। नौसेना ने ताजा अपडेट में यह जानकारी साझा की है। लापता लोगों में एक व्यस्क और एक बच्चा शामिल है। नेवी की द्वारा लापता की खोजबीन की जा रही है। बुधवार की शाम 3:55 बजे नीलकमल कंपनी की फेरी बोट (यात्री नाव) को एक स्पीडबोट ने टक्कर मार दी थी। इसके बाद फेरी का संतुलन बिगड़ गया था और नाव समंदर में पलट गई थी। इस हादसे में कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 10 नागरिक और 1 नेवी कर्मी के साथ दो अन्य शामिल हैं। ये दोनों बोट बनाने वाली कंपनी से जुड़े हैं।
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गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा आइलैंड जा रही एक फेरी (यात्री बोट) समंदर में पलट गई।
नौसेना की एक स्पीडबोट के टक्कर मारने के बाद फेरी का संतुलन बिगड़ गया। समंदर की फोटो खींच रहे लोग नाव पलटने से नीचे गिर गए।
स्पीडबोट की टक्कर से ओवरलोड नाव समंदर में पलट गई। बचाने के चीख-पुकार मच गई। पास में कुछ दूरी पर मौजूद जहाजों ने मोर्चा संभाला।
फेरी के पलटने के बाद फंसे लोगों को बचाने के लिए नौसेना, तटरक्षक बलों के साथ पुलिस ने मोर्चा संभाला।
हादसे का शिकार हुए लोगों की जांच बचाने के लिए उन्हें सीपीआर समेत फर्स्ट एड दिया गया, ताकि अस्पताल पहुंचने तक उनकी सांसें चलती रहें।
एलीफैंटा केव्स जा रहे यात्रियों को इस दुर्घटना का अंदाजा नहीं था। अचानक समंदर में गिरने से उनके मुंह से पेट में पानी भर गया। जिसे निकालने की कोशिश की गई।
गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा के रूट में करंजा के पास हुई इस घटना के रेक्सयू के लिए बड़ा ऑपरेशन चलाया गया।
नेवी और तटरक्षक बलों के जवानों ने लोगों की जान बचाई। इसके बाद जहाज से बिठाकर अस्पताल पहुंचाया।
जिस फेरी पर एलीफेंट आईलैंड पहुंचने की खुशी में यात्री झूम रहे थे। उसके पानी में डूबने से मातम फैल गया।
सामने आया है कि समंदर में जो बोट हादसे का शिकार हुई। वह एक निजी कंपनी की थी। सामने आया है कि बोट की क्षमता 80 लोगों की थी। इस पर 110 लोग सवार थे।
मृतकों को सात लाख रुपये की सहायता
नौसेना ने एक बयान में बताया है कि दो यात्रियों के लापता होने का अपडेट मिला है। इनकी तलाश की जा रही है। हादसे के बाद बुधवार की शाम को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में एक विस्तृत बयान जारी किया था। सीएम ने बताया था कि आखिरी अपडेट का पता सुबह तक चलेगा। सीएम ने मृतकों के परिवारों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने का ऐलान किया है, तो वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों को पीएम राहत कोष से दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इस घटन में घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
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नाव हादसे में दर्ज की गई FIR
मुंबई पुलिस ने एक बयान में बताया कि नीलकमल नाव पलटने की घटना के संबंध में नौसेना के स्पीड बोट चालक और अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोलाबा पुलिस थाने में बीएनएस की धारा 106(1), 125 (ए) (बी), 282, 324 (3)(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। घटना में जीवित बचे नाथाराम चौधरी (22) निवासी साकीनाका मुंबई की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज की गई है।
नौसेना की बोट पर थे छह लोग
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि नौसेना की स्पीडबोट में नया इंजन लगाया गया था। समंदर में उसका ट्रायल चल रहा था। इसी दौरान नियंत्रण खोने से यह हादसा हो गया। यह भी सामने आया है कि इंजन के परीक्षण के दौरान खराबी आने से स्पीडबोट अपना रास्ता बदलने में विफल रही। इसके बाद वह सीधे फेरी बोट पर टकरा गई। जिससे यह बड़ा हादसा हुआ। पुलिस जिस स्पीडबोट की नौका से टक्कर हुई। उस छह लोग सवार थे। इसमें दो नौसेना कर्मी और चार OEM कर्मचारी थे। यह तकनीकी खराबी होने पर समुद्र में इंजन का परीक्षण कर रहे थे।